Xxxi कपल हॉट स्टोरी में दो सगी बहनें खुले माहौल में पली बढ़ी. दोनों आपस में लेस्बो होकर सेक्स का मजा लेती थी. दोनों की शादी भी हो गयी. शादी के बाद की सेक्स लाइफ का मजा लें.
दोस्तो, एक पुरानी कहावत आपने सुनी होगी कि खरबूजे को देख कर खरबूजा रंग बदलता है या फिर एक मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है.
कुछ ऐसा ही हुआ इस Xxxi कपल हॉट स्टोरी की रीमा और सीमा के साथ.
दोनों सगी बहनें हैं. उम्र का कोई ख़ास फर्क नहीं.
सीमा बड़ी है और रीमा छोटी.
इनके पिता कर्नल आहूजा फौज में थे और मां मिलिट्री स्कूल में टीचर.
सभी आधुनिक सोच के और जिंदादिल.
केंटोनमेंट में मिले घर में रोज रात को महफिल जमती. ताश पिटते और दारु चलती.
कर्नल साहब और उनकी पत्नी दोनों ही बेहद खुले विचारों के थे, तो दोनों लड़कियों पर भी कोई रोक टोक नहीं रही.
कर्नल साहब खुले आम इश्क फरमाते थे अपनी बीवी से और बीवी ही क्या उनके पास तो जो भी महिला बैठी हो, कर्नल साहब के ठहाकों और चूमाचाटी से किसी को परहेज नहीं था.
अब सीमा और रीमा ने बचपन से ही अपने माता पिता को एक साथ नहाते और बेड पर चूमा चाटी करते देखा था तो उनके लिए किसी को भी हग कर लेना या चूम लेना सामान्य था.
माता-पिता की अनजाने में नक़ल करते हुए दोनों बचपन से ही साथ-साथ नहाती थीं और ये आदत अब वयस्क होने तक भी बनी रही.
बेड पर भी दोनों की आपस में खुराफातें बढ़ने लगी और दोनों आपस में मस्ती करने लगीं या कहिये वो लेस्बियन हो गयी थीं.
पर दोनों के राज केवल उन दोनों तक ही महफूज थे.
मां-बाप और दुनिया की निगाह में बड़ी बेबी और छोटी बेबी में बहुत प्यार था.
बस इतना ही.
दोनों पढ़ने में बहुत तेज रहीं.
सीमा तो इंजिनियर बन गयी और रीमा ने फेशन डिजाइनिंग करके जॉब शुरू किया.
सीमा ने एक ठाकुर परिवार के होनहार इंजिनियर से प्यार की पींगें बढ़ायीं और सेक्स की सारी हदें पार करते हुए, एक बार एक होटल में पुलिस रेड में पकड़े जाने पर परिवार वालों ने दोनों की शादी आनन फानन में कर दी.
सीमा बहुत सुंदर और शोख थी.
जैसा कि आप समझ ही गए होंगे कि सीमा और उसके पति अशोक को सेक्स का बहुत शौक था.
वो सेक्स में नए नए तजुर्बे करते थे.
सीमा अशोक का खुलकर साथ देती थी.
उन दोनों की केमिस्ट्री बहुत अच्छी थी.
काम में दोनों मेहनती थे तो कम्पनी में अच्छी स्थिति थी, सैलरी अच्छी खासी मिलती थी.
वे गुरुग्राम में पोश कॉलोनी में रहते थे.
उनके कोई बच्चा नहीं था और हाल फिलहाल में प्लानिंग भी नहीं थी.
सीमा ने कॉपर टी लगवा रखी थी ताकि कोई ख़तरा न हो.
रीमा की शादी एक बड़े पंजाबी व्यवसायी परिवार में लुधियाना हुई.
उसका पति हरीश भी बहुत दिलफेंक और जवान मर्द था.
रीमा सीमा की बातें सुनकर वो सारे तजुर्बे हरीश के साथ भी करती.
पर हरीश संयुक्त परिवार में रहने के कारण उतना खुल कर उसका साथ नहीं दे पाता था.
पर वो ये मानता था कि अगर जिन्दगी की ऐश करनी है तो अपनी ख़ूबसूरत और चटपटी बीवी की बात माननी ही होगी.
इसलिए उनकी हर रात गुलजार होती और नए नए तजुर्बे करने से वो हिचकते नहीं थे.
पर सब कुछ केवल बेड पर और वो भी दबी जुबान से.
रीमा अपने जीजू अशोक की दीवानी थी.
उन दोनों की चुहलबाजी के बीच सीमा भी नहीं बोलती थी.
उसे अशोक पर विश्वास था.
और कोई कुछ कहता तो वो बेबाकी से कह देती- रीमा अशोक की साली ही तो है मतलब आधी घरवाली है. तो उन दोनों को आपस में पूरा हक़ है. मुझे कोई दिक्कत नहीं है.
सीमा लम्बी और मांसल जिस्म की थी.
उसके लटकते मम्मे और मटकती गांड का अशोक दीवाना था.
अशोक और सीमा की जोड़ी उनके दोस्तों की महफ़िल की जान थी.
दोनों का उन्मुक्त व्यवहार और खुलापन उन्हें हर किसी का जल्दी ही दोस्त बना देता.
अशोक के उसी कम्पनी में एक और बचपन का दोस्त मनीष था.
उन दोनों की आपस में खूब पटती.
इन लड़कों से ज्यादा तो इनकी घरवालियों की आपस में पटती थी खुले मजाक और अपनापन था उनके बीच.
अशोक को सेक्स का शौक सीमा ने अपने जलवे दिखाकर करवाया.
दोनों शादी से पहले ही सब कुछ कर चुके थे, पर इसके बावजूद भी अब दोनों हनीमून पर माल्दीव्ज गए तो अब तो उनके पास इश्क करने का लाइसेंस था.
अब तो उन पर खुलापन इस कदर हावी था कि कॉमन स्विमिंग पूल में या समुद्र किनारे उनकी हरकतें विदेशी जोड़ों को भी मात देती थीं.
सीमा का कसा गोरा कोमल जिस्म और खूबसूरती मौजूद हर किसी लड़के का तम्बू बम्बू बना देती.
उनकी हरकतों से तो स्विमिंग पूल का गार्ड बार-बार हंसता हुआ उन्हें सीटी बजाकर अलग होने की चेतावनी देता.
कमरे में तो जब तक दो तीन बार घमासान चुदाई नहीं हो जाती, न सीमा को चैन पड़ता न अशोक को.
इसके बावजूद भी बीच पर और जोड़ों को देखकर उनके आपस में मजाक खूब होते.
जब सीमा के मम्मे उसकी बिकनी से बाहर आने को बेताब होते और उन्हें देखकर सामने किसी का लंड उनकी नेकर में तन रहा होता तो उसे देख कर अशोक सीमा को दिखाता और सीमा अब पानी में डाइव लगा कर अपना पिछवाड़ा भी खुलकर दिखाती.
उसे मजा आता था सामने वाले का खड़ा करने में.
सीमा अशोक को भी नहीं रोकती जब वो किसी और जोड़े की लड़की को आँखें फाड़ फाड़ के देखता.
सीमा हंस कर कह देती- इतनी आँखें फाड़ के देख रहे हो, हिम्मत है तो जाकर सहला लो.
हनीमून में तो दोनों ने पूरे कपड़े शायद ही कभी पहने हो.
चूँकि टापू पर थे तो वहां का माहौल ही एसा था.
सीमा तो हर समय टू पीस बिकनी या शोर्ट फ्रॉक में नजर आती.
फ्रॉक के नीचे पेंटी तो वो पहनती थी.
पर ब्रा तो शायद वो साथ लायी ही नहीं थी.
सेक्स के दौरान कई बार तो उनका मन हुआ कि कॉटेज के बाहर बिछी ईजी चेयर पर बिना कपड़ों के खुले आम सेक्स करें.
पर विदेश था, उनकी हिम्मत नहीं पड़ी.
पर कॉटेज में जब रिसोर्ट का स्टाफ आता था तो उन्हें सीमा के खुले मम्मों की या अशोक के तने हुए लंड की झलक अक्सर मिली होगी.
हनीमून के बाद भी गुरुग्राम में उनकी जिन्दगी की रूमानियत कम नहीं हुई.
हफ्ते के पांच दिन तो दोनों जम कर देर रात तक कम्पनी के काम में लगे रहते.
हाँ सोते बिना कपड़ों के चिपटकर ही थे.
रात को कभी आँख खुलने पर या सुबह उठते ही पलंगतोड़ चुदाई तो होती ही थी.
और फिर शनिवार की रात तो जो कुछ न हो जाए वो कम था.
कोई रोकने टोकने वाला नहीं था तो कपड़ों की कोई बंदिश नहीं थी.
पहने या न पहने.
जो पहनते थे वे भी न पहनने के बराबर होते.
सीमा को अब अशोक के साथ पीने की आदत पड़ गयी थी.
पीती तो दोनों बहनें शादी से पहले भी थीं.
पर तब कर्नल साहब की बोतल में ही मुंह मार लेती थीं.
अब खुलकर पी लेती थी सीमा तो.
ये शौक बढ़ाया इनकी दोस्तों ने.
अशोक का दोस्त मनीष और उसकी बीवी दीपा सभी पियक्कड़ थे.
पीने के बाद इनके मजाकों और आपस में छेड़ाखानी की कोई लिमिट नहीं थी.
सीमा और दीपा दोनों ही फौजी परिवार से थीं तो उनकी आपस में ज्यादा पटती थी और इसी कारण अशोक और मनीष भी ज्यादा नजदीक थे.
हर वीकेंड पर चारों की बैठक जरूर होती.
साथ बैठते और पीते थे.
बाद में डिनर या तो बाहर से मंगा लिया या कॉलोनी में ही क्लब हाउस में चले गए.
इनकी नजदीकियां और बढ़ती गयीं.
अब तो पीते समय पहले तो नॉन वेज मजाक फिर पोर्न मूवीज भी चलने लगीं.
अशोक अपने ससुर पर गया था. वो कभी भी सबके सामने सीमा को चूम लेता तो सीमा भी पूरी गर्मजोशी से उसे जवाब देती.
अशोक तो दीपा को भी नहीं बख्शता; जब मन आये चूम लेता या हग कर लेता.
मनीष कुछ नहीं कहता बस जोर से हंसता तो सीमा भी मनीष से लिपट लेती.
सीमा अपनी ये सब बातें रीमा को फोन पर बताती तो रीमा भी अपने पति हरीश को उन्मुक्त सेक्स के लिए उकसाती.
रीमा और हरीश अकेले में ड्रिंक भी ले लेते थे.
हरीश के दो दोस्त थे राजेश और कमल.
ये तीनों काफी पुराने दोस्त थे और हमउम्र थे.
तीनों ही व्यापारी थे और पैसे वाले थे.
हरीश और राजेश तो संयुक्त परिवार के थे पर कमल और उसकी पत्नी रेखा एक फ्लैट में अकेले रहते थे.
शादी हुए अभी एक साल हुआ था. बच्चों की कोई जल्दी थी नहीं.
रेखा सुंदर और मस्त पंजाबी लड़की थी.
रेखा को सेक्स की जबरदस्त तलब थी.
कमल भी उसकी जमकर चुदाई करता. कमल चाहे कैसे भी चुदाई कर ले रेखा की भूख बाकी ही रहती.
वो शायद अपने मित्र मण्डली में अकेले कपल थे जो एनल सेक्स भी करते थे.
रेखा और रीमा जरूरत से ज्यादा खुली थी आपस में.
राजेश की पत्नी रचना भी बेहद आधुनिक ख्यालों की थी.
चूँकि संयुक्त परिवार में रहती तो उसे अपना दायरा मालूम था.
रीमा और रेखा तो रोज ही काफी देर फोन पर चोंच लड़ातीं.
उनकी बातें कोई सुने तो कहे कि बहुत बेशर्म हैं.
अब रीमा, रचना और रेखा अक्सर ही रेखा के फ्लैट पर मिलती.
साथ खाते पीती और मस्ती करती.
रीमा ने उन दोनों को भी बियर पीने की आदत डाल दी.
कभी मूड बना तो थोड़ी थोड़ी व्हिस्की भी हो जाती.
तीनों की आपस में नॉन वेज जोक्स भी खूब होते पर ये सब इनके पतियों को नहीं मालूम था.
सीमा जब भी बेड रूम में ज्यादा मस्ती कर लेती तो वो रीमा को जरूर बताती.
सुनकर रीमा की चूत में भी सुरसुरी होने लगती.
उस रात रीमा भी अपनी खुजली हरीश से अच्छे से मिटवाती.
हरीश बाद में हँसते हुए पूछ लेता कि आज दिन में सीमा से बात हुई थी क्या.
एक रात अशोक को क्या सूझी … उसने चुदाई करते समय सीमा से पूछा- क्या एक और लंड लोगी?
सीमा चौंकी, बोली- क्या मतलब?
अशोक बोला- यार उस दिन पोर्न मूवी में देखा था न कि अदल बदल कर सब चुदाई कर रहे थे. हम वैसा ही करें?
सीमा बोली- ये सब फिल्मों में होता है, असल में नहीं.
बात आई गयी हो गयी.
पर अशोक के दिमाग में कीड़ा उठ बैठा था.
अब वो अक्सर ही थ्रीसम और फोरसम मूवीज सीमा को दिखाता और उकसाता.
सीमा भी गर्म हो जाती.
अब वे आये दिन अदल बदल कर सेक्स करने की बात करने लगे और रोल प्ले करने लगे.
एक रात अशोक ने मनीष का नाम ले ही लिया.
सीमा बोली- वो तैयार नहीं होगा.
अशोक बोला- हर समय तो तुम्हारे मम्मे घूरता रहता है.
सीमा भी उसका नाम सुन कर गर्म हो गयी.
उस रात उन दोनों का सेक्स कुछ ज्यादा ही गर्म रहा.
अब जब चारों बैठते तो अशोक ने जानबूझकर फोरसम सेक्स की मूवी लगा दी.
सीमा ने महसूस किया कि दीपा मजे लेकर देख रही है.
अशोक ने मनीष से कुछ हंसते हुए कहा भी तो मनीष ने हंसते हुए एक धौल लगा दिया अशोक को.
दोनों सीमा को देख कर हंस रहे थे.
सीमा बोली- क्यों हंस रहे हो?
तो मनीष हंसते हुए बोला- अशोक कह रहा है कि सीमा और दीपा एक सी लगती हैं. अगर अन्धेरा हो तो मालूम नहीं पड़ेगा कि दीपा कौन सी है और सीमा कौन सी.
सीमा सब कुछ समझते हुए अनजान बन कर बोली- फिर क्या होगा?
अब अशोक बोला- फिर मनीष तुम्हें लेकर घर चला जाएगा और दीपा यहाँ रह जायेगी.
सीमा जोर जोर से हंसती हुई बोली- फिर क्या फर्क पड़ेगा? सुबह वापिस बदल लेना.
चारों हंस पड़े.
किसी को कुछ बुरा नहीं लगा.
उस रात चुदाई में अशोक ने बार बार दीपा का नाम लिया और सीमा को उकसाते हुए कहा- आज तेरी चुदाई मनीष कर रहा है.
सीमा भी आहें निकालती हुई बोली- तभी मैं कहूं कि आज लंड मोटा किसका है.
चुदाई आगे बढ़ाते हुए अशोक ने सीमा को भड़का ही दिया कि वो अदला बदली के लिए दीपा से बात करे और इससे पहले एक बार मनीष का लंड किसी बहाने से रगड़ दे या उससे मम्मे रगड़वा ले.
अब सीमा का दिमाग इस ओर चलने लगा.
Xxxi कपल हॉट स्टोरी लंबी चलने वाली है।
हर भाग पर आप अपनी राय देते रहिएगा।
Xxxi कपल हॉट स्टोरी का अगला भाग: मिशन चुदाई- 2